निजी कंपनी में नौकरी करने वाली युवती ने लगाई फांसी
इंजीनियरिंग के छात्र ने भी दी जान
इंदौर। निजी कंपनी में नौकरी करने वाली युवती ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वहीं इंजीनियरिंग के छात्र ने भी अपनी जान दे दी। दोनों ही मामलों में पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
पहली घटना में आजाद नगर में रहने वाली रजनी (23) पिता दिलीप शेरवानी निवासी मूसाखेड़ी ने फांसी लगाकर रविवार को सुसाइड कर लिया। परिवार ने बताया कि वह घर पर मोबाइल चला रही थी। कुछ देर बाद मां ने कमरे में आकर देखा तो बेटी फंदे पर लटकी थी। रजनी निजी कंपनी में नौकरी करती थी। वहीं पिता हलवाई का काम करते हैं। परिवार में दो बहनें और एक भाई है। पुलिस के मुताबिक किसी तरह का सुसाइड नोट नहीं मिला है। मामले में मर्ग कायम किया है।
इसी प्रकार चंदन नगर इलाके में रहने वाले इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे 20 वर्षीय छात्र वासुदेव शर्मा ने सोमवार अलसुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बताया जाता है कि छात्र बीते दो महीने से डिप्रेशन से जूझ रहा था और उसका मानसिक उपचार भी चल रहा था। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। न ही यह स्पष्ट हो पाया है कि आखिरी बार वासुदेव ने किससे बात की थी। मोबाइल की जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।
पुलिस के अनुसार, राज नगर निवासी वासुदेव, मुरलीधर शर्मा का छोटा बेटा था और वह चमेली देवी कॉलेज से इंजीनियरिंग कर रहा था। इस साल वह थर्ड ईयर में गया था। सोमवार सुबह जब मां उठीं तो उन्होंने वासुदेव को कमरे में फंदे पर लटका पाया। आनन-फानन में परिवार उसे क्लॉथ मार्केट स्थित डॉक्टर के पास ले गया, जहां से डॉक्टर ने उसे एमवाय अस्पताल भेज दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
परिजनों ने बताया कि वासुदेव बीते कुछ समय से तनाव में था। वह ठीक से खाना-पीना नहीं ले रहा था और उसे भूलने की आदत भी हो गई थी। पिता मुरलीधर मनोचिकित्सक से उसका उपचार करवा रहे थे। बड़े भाई गणेश ने बताया कि वासुदेव रात में उनके साथ ही कमरे में सोता था, लेकिन रविवार रात वह हॉल में जाकर सो गया था। इसी दौरान यह घटना हो गई। गणेश भी इंजीनियर है और उसे सिरपुर के पास निजी कंपनी में नौकरी मिली है। सोमवार को उसे ज्वाइन करना था।