इंदौर के अनाथ आश्रम में दो बच्चों की मौत
10 अन्य बीमार, खून में संक्रमण की आशंका
इंदौर। शहर के एक अनाथ आश्रम में दो बच्चों की दो दिन में मौत हो गई। यह आश्रम शहर के मल्हारगंज क्षेत्र में स्थित है। यहां युगपुरुष धाम आश्रम में रह रहे 12 बच्चों की सोमवार को अचानक तबीयत खराब होने के बाद इन्हें चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इसके बाद एक बच्चे की मौत रात में हुई। दूसरे बच्चे ने मंगलवार सुबह दम तोड़ दिया। बच्चों की मौत की सूचना पर इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह चाचा नेहरू अस्पताल पहुंचे। बताया जाता है कि बच्चों के खून में संक्रमण के कारण तबीयत बिगड़ी है। बच्चों को एमवाय अस्पताल से चाचा नेहरू अस्पताल उपचार के लिए रेफर किया गया।
आश्रम में मप्र के अलग-अलग जिलों से लाए गए बच्चों को रखा गया है। मल्हारगंज पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार 12 वर्षीय करण की सोमवार को अस्वस्थ होने के बाद मौत हो गई। इसके बाद आज सुबह सात वर्षीय आकाश नामक बच्?चे की भी मौत हो गई। बच्चों की मौत के बाद पुलिस भी इस मामले की जांच कर रही है। बच्चों की मौत के बाद आश्रम प्रबंधन ने बाल कल्याण समिति को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी है।
इंदौर कलेक्टर के अनुसार बच्?चों की मौत डायरिया अथवा डिहाइड्रेशन और मिर्गी जैसी बीमारी से होने की आशंका है, लेकिन पूरी जांच के बाद ही स्पष्ट कारण पता चल सकेगा।
आश्रम ने पत्र में लिखा खून में इंफेक्शन होने की आशंका
आश्रम की ओर से बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को लेटर लिखकर मामले की जानकारी दी गई है। इसमें खून में इंफेक्शन होने की बात लिखी है
दो की हालत गंभीर
डॉ. अशोक यादव ने कहा कि 12 बच्चों को भर्ती किया गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर है। डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ की पूरी टीम बच्चों के इलाज में जुटी हुई है। प्रारंभिक रूप से डायरिया की जानकारी सामने आई है और भी किसी तरह का इंफेक्शन हुआ तो उसकी जांच की जाएगी। सबसे पहले हम बच्चों की जान बचाने में जुटे हैं।
जिस बच्चे को पहले इंफेक्शन हुआ, वह स्वस्थ
बताया जा रहा है कि सबसे पहले आश्रम में कृष्णा को इंफेक्शन हुआ था। इसके बाद बाकी बच्चों की हालत बिगड़ी। कृष्णा अब स्वस्थ है। 12 साल का करण देवास जिले के सोनकच्छ का रहने वाला था। इसे 15 महीने पहले चाइल्ड लाइन के माध्यम से आश्रम में लाया गया था। जबकि, नर्मदापुरम जिले का रहने वाला 7 साल के आकाश को चाइल्ड लाइन ने 3 महीने पहले आश्रम को सौंपा था।
मानसिक रूप से कमजोर बच्चों का आश्रम है
इंदौर के पंचकुइया रोड स्थित श्री युगपुरुष धाम आश्रम में मानसिक दिव्यांग बच्चों को रखा जाता है। यहां अलग-अलग जिलों से बच्चों को चाइल्ड लाइन या अन्य माध्यम से सौंपा जाता है। यहां फिलहाल 217 मानसिक दिव्यांग बच्चे (101 बच्चे और 116 बच्चियां) हैं। सरकारी रिकॉर्ड में सभी बच्चों के साथ मां का नाम डॉ. अनिता शर्मा लिखा हुआ है। जो बच्चे 10-15 साल पहले आए थे, इन्हीं में से 18 बेटियां एक-एक बच्चे की जिम्मेदारी संभाल रही हैं।
78 बच्चों से हुई थी आश्रम की शुरुआत
आश्रम 2006 में 78 दिव्यांग बच्चों से शुरू हुआ था। युगपुरुष स्वामी परमानंदगिरि महाराज के सान्निध्य में यह संचालित हो रहा है। तब सभी की मां का नाम प्राचार्य अनिता के नाम पर और पिता की जगह आश्रम के सचिव तुलसी शादीजा का नाम लिखा गया। सभी के सरनेम स्वामीजी के नाम पर परमानंद रखे गए।