दंपती ने जहर खाकर की खुदकुशी युवक और नाबालिग ने भी जहर खाकर दी जान

 दंपती ने जहर खाकर की खुदकुशी 

युवक और नाबालिग ने भी जहर खाकर दी जान 


इंदौर। रावजी बाजार इलाके में रहने वाले एक दंपती ने बुधवार को जहर खाकर जान दे दी। पुलिस ने मामला जांच में लिया है। वहीं अलग-अलग स्थानों पर एक युवक और नाबालिग ने भी अपनी जान दे दी। 

सदर बाजार पुलिस ने बताया कि दंपती का नाम संजय और रेखा वर्मा निवासी शनि गली रावला है। बताया जाता है कि दोनों का बच्चा नहीं था। आए दिन इसी बात को लेकर उनके बीच विवाद होता रहता था। दोनों एक दूसरे को सुसाइड की धमकियां देते थे। बुधवार को दोनों ने एक साथ जहर खा लिया। संजय सुनार का काम करते है। उनकी घर के यहां ही शॉप है। संजय के एक भाई सिलिकॉन सिटी में रहते हैं। पुलिस ने उन्हे मामले की जानकारी दी है। रावजी बाजार पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक संजय ने सुसाइड के पहले एक नोट भी छोड़ा है। जिसमें उसने अपने बड़ो लोगो से माफी मांगी है। उसने लिखा है कि आप लोगो को स्नेह काफी रहा। लेकिन अब सब कुछ सहन नही होता। उन्होंने लिखा कि वह अपनी मर्जी से जान दे रहे है। पुलिस गुरूवार को दोनो का पोस्टमार्टम कराएगी।

उधर, एरोड्रम इलाके में रहने वाले एक युवक ने फांसी लगाकर जान दे दी। परिजन शव को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे है। पुलिस मुताबिक पुलकित पुत्र राजेन्द्र अग्रवाल निवासी ईशा एवेन्यू ने अपने घर में फांसी लगा ली। परिजनों ने घटना देखी तो तो पुलिस को सूचना दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसी प्रकार राजेन्द्र नगर इलाके मे रहने वाली नाबालिक भूमिका(16)पुत्री मनोज निवासी संजय गांधी नगर ने जहर खाकर जान दे दी। पुलिस के मुताबिक मंगलवार को उसे एमवाय अस्पताल में निजी अस्पताल से रैफर किया गया था। यहां शाम को उसने दम तोड़ दिया। पुलिस ने मामला जांच में लिया है।

  महिला ने भी की खुदकुशी 

एक महिला ने जहर खाकर जान दे दी। उसे मायके पक्ष का आरोप है कि पति की प्रताडऩा से तंग आकर उसने यह कदम उठाया। महिला ने पुलिस को भी शिकायत की थीलेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते उसने जान दे दी। श्रीराम नगर पालदा की रहने वाली ललिता पति हुकुमचंद को जहर खाने पर एमवाय अस्पताल लाया गया था जहां उसकी मौत हो गई ललिता की मां मनुबाई निवासी अमर पैलेस कालोनी का आरोप है कि ललिता को उशका पति हुकुमचंद परेशान करता था। वह कई दिनो तक घर नहीं आता था। हुकुमचंद ने दूसरी महिला को रख रखा था दूसरी महिला भई ललिता से विवाद करती थी। हुकुमचंद ललिता को खर्चे के रूपए नहीं देता था जिसके चलते बच्चों को पालना मुश्किल हो गया था। 202& में ललिता ने पुलिस अफसरों सहित आजाद नगर थाने में शिकायत भी की थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई।