नौतपा के पहले ही जमकर तप रहा इंदौर
शहर में गर्मी ने तोड़ रही दस साल का रिकार्ड
इंदौर। मां अहिल्या की नगरी कहलाने वाले इंदौर में गर्मी इन दिनों रिकार्ड तोड़ रही है। दोपहर में 12 बजे के बाद तो हालात यह है कि सूर्यदेव के तीखे तेवरों के चलते लगातार बढ़ती पारे की रफ्तार ने लोगों को परेशान कर दिया है। पांच दिनों से शहर में तापमान 42 डिग्री के पार पहुंच रहा है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में तापमान 45 डिग्री के पार जा सकता है। बीते दस साल में पहली बार ऐसा हो रहा है, जब मई माह में गर्मी का लंबा ट्रेंड देखने को मिल रहा है।
नौतपा लगने में अब दो ही दिन बचे हैं, लेकिन उसके ही पहले ही इंदौर जमकर तप रहा है। 25 मई से नौतपा शुरू होने जा रहा है, उसी के साथ हीट वेव का अलर्ट भी जारी कर दिया गया है, जो कि 28 मई तक चलती रहेग। विभाग का अनुमान है कि इन तीन दिनों में इंदौर का तापमान 45 डिग्री या उससे पार भी जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो मई 2024 दशक का सबसे गर्म मई होगा। इतनी गर्मी की वजह पश्चिम विक्षोभ का सही तरीके से सक्रिय नहीं होना बताया जा रहा है। अंतिम बार इंदौर में 2016 में मई का अधिकतम तापमान 44.5 डिग्री तक पहुंचा था.उसके बाद कभी इतनी गर्मी नहीं रही।
नौतपा से पहले जिस तरह से सूर्यदेव के तेवर तीखे हो रहे हैं और पारा तेजी से बढ़ता जा रहा है, उससे आने वाले दो दिनों में भी रातें भी गर्म रहने का अनुमान है। वहीं नौतपा के दौरान रात का तापमान 30 डिग्री तक जा सकता है। इंदौर में एयरपोर्ट पूर्वी इंदौर पर मौसम विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार, लगातार 5 दिन से तापमान 42 पार है. 10 साल में यह पहला मौका है। लगातार 5 दिन से (19 से 23 मई तक) अधिकतम तापमान 42 से 44 डिग्री के बीच है। 19-20 मई को 43.1 डिग्री, 21 को 42.8 डिग्री जबकि बुधवार को 43.4 डिग्री पहुंच गया। गुरुवार दोपहर 2 बजे 42 को छू लिया।
शहर पर असर
गर्मी से बचने के जतन शुरू हो गए हैं। लेटर्न चौराहे पर रेड लाइट पर लोगों के लिए ग्रीन नेट लगाई गई है। वाहन चालक इससे राहत महसूस कर रहे हैं। इंदौर के क्षेत्रीय पार्षद की पहल पर यह हुआ था। उधर, चिड़ियाघर में भी वन्यप्राणी भी गर्मी से बेहाल हैं। उनके लिए भी कूलर चलाए जा रहे हैं। बायपास से जुड़ी कॉलोनियों में ट्यूबवेल दम तोड़ रहे हैं।
धूल भरी हवाएं चलेंगी
सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेद प्रकाश सिंह सहित अन्य एक्सपर्ट्स बताते हैं कि 'अभी एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। इसके साथ ही एक वेस्टर्न और टर्फ लाइन गुजर रही है। इस वजह से अगले 24 घंटे में पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में धूल भरी हवाएं चलेंगी।