नगर निगम में हुए करोड़ों के घोटाले मे मास्टर माइंड अभय राठौर रिमांड में उगलेगा राज पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में किया पेश, 15 मई तक का रिमांड मिला

 

नगर निगम में हुए करोड़ों  के घोटाले मे

 मास्टर माइंड अभय राठौर रिमांड में उगलेगा राज 

पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में किया पेश, 15 मई तक का रिमांड मिला 


इंदौर। नगर निगम में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले का मुख्य आरोपी अभय राठौर पकड़ा गया। वह एटा(उप्र) में रिश्तेदारों के घर में छुपा हुआ था। उसे पकड़ने पहुंचे पुलिसवालों से बहस की और गिरफ्तारी वारंट मांग कर दबाव बनाने की कोशिश की। पुलिस आयुक्त राकेश गुप्ता ने चार थानों की टीम भेजी थी। सख्ती करने पर राठौर प्रलोभन देकर बचने की कोशिश करने लगा। आरोपी को आज कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 15 मई तक रिमांड पर लिया गया है। माना जा रहा है कि रिमांड के दौरान पूछताछ में कई खुलेंगे और घोटाले से संबंधित कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। 

गुलाब बाग कालोनी निवासी अभय राठौर(निलंबित एक्जीक्यूटिव इंजीनियर)की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम पुलिस ने घोषित था। गुरुवार रात पुलिस ने मांगलिया से अभय राठौर के रिश्तेदार को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ के आधार पर एटा(उप्र)में दबिश मार दी। राठौर अपने बेटे जयसिंह के ससुराल वालों की मदद से फरारी काट रहा था। 

रिश्तेदारों को बुलाया, पुलिस से बहस 

राठौर को पकड़ते ही रिश्तेदारों ने भाजपा नेताओं को बुला लिया। पुलिसकर्मियों से बहस की और कहा कि गिरफ्तारी वारंट के बगैर नहीं ले जा सकते। एफआइआर, इनाम प्रतिवेदन और वारंट बताते ही राठौर चुप हो गया। उसने पुलिसकर्मियों को प्रलोभन देने की कोशिश भी की। राठौर की गिरफ्तारी से निगर निगम में पदस्थ रहे पूर्व अफसरों और कर्मचारियों की गिरफ्तारी का रास्ता भी साफ हो जाएगा।

ऐसे मिला सुराग

इंदौर डीसीपी जोन-3 पंकज पांडे ने राठौर की गिरफ्तारी के लिए एमजी रोड़, छोटी ग्वालटोली, पलासिया, हीरानगर और बाणगंगा थानों के तेजतर्रात पुलिसकर्मियों की टीम गठित की थी। इनाम राशि भी बढ़ा कर 25 हजार रुपये कर दी गई थी। राठौर ने कुछ दिन पूर्व नया नंबर लिया था। नगर निगम से जुड़े एक ड्राइवर से बात करते ही पुलिस को खबर मिल गई। ंदेर रात मांगलिया में छापा मारा देर रात एसआइ शकील खान टीम लेकर रवाना हो गए। साइबर सेल की मदद से मोबाइल लोकेशन निकाली और राठौर तक जा पहुंचे। शातिर राठौर अपना मोबाइल और सिम कार्ड घर पर ही छोड़ गया था। घर पर भी भस्म आरती(उज्जैन) का बोल कर निकला था।

पूछताछ करेगी एसआइटी

ड्रेनेज घोटाले में पुलिस ने क्रिस्टल इंटरप्राइजेस, इश्वर इंटरप्राइजेस, ग्रीन कंस्ट्रक्शन, किंग कंस्ट्रक्शन, राहुल बढ़ेरा, जाह्नवी कंस्ट्रक्शन, क्षितित इंटरप्राइजेस के विरुद्ध चार केस दर्ज किए थे। मामले में ठेकेदार राहुल बढ़ेरा, रेणु बढ़ेरा, मोहम्मद साजीद, मोहम्मद जाकीर, लिपित राजकुमार सालवी, इंजीनियर उदय भदौरिया, आपरेटर चेतन भदौरिया सहित कर्मचारी मुरलीधरन करता को गिरफ्तार कर चुकी है।सभी ने पूछताछ में राठौर को मास्टर माइंड बताया था। एडिशनल पुलिस कमिश्नर अमितसिंह शनिवार को अधिकृत खुलासा करेंगे।

30 करोड़ रु. का भुगतान निगम के खाते से

पंकज पांडे (डीसीपी, जोन-3) ने बताया कि अब तक 58 फाइलों की जांच में 60 करोड़ का घपला निगम अधिकारियों-ठेकेदारों ने किया है। इनमें से 30 करोड़ निगम के खाते से भुगतान हो चुके हैं। अभी कई फाइलों की जांच चल रही है। राठौर का रिमांड लेने के बाद और खुलासे होने की उम्मीद है।

अब तक नौ आरोप गिरफ्तार 

मामले में पुलिस अब तक राठौर सहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से ठेकेदार मो. साजिद, रेणु वडेरा, सब इंजीनियर उदय सिसौदिया, कम्प्यूटर आॅपरेटर चेतन भदौरिया और कर्मचारी मुरलीधर जेल जा चुके हैं। आरोपी ठेकेदार मो. सिद्दीकी (ग्रीन कंस्ट्रक्शन इंजीनियर), इमरान खान (क्रिस्टल इंटरप्राइजेस) और मौसम व्यास (ईश्वर इंटरप्राइजेस) फरार हैं। इन पर इनाम घोषित है। तीन आरोपी ठेकेदार मो. जाकिर, राहुल वडेरा और कैशियर राजकुमार साल्वी का शुक्रवार को कोर्ट ने दो दिन का रिमांड बढ़ाया है। इनसे घोटाले के सबूत जुटाए जा रहे हैं।

अवैध नल कनेक्शन और पानी बेचने का भी खेल

हाल ही में नगर निगम को उसके गुलाब बाग के बंगले पर अवैध नल कनेक्शन भी मिले। यह चार इंच कनेक्शन उसने मेन लाइन से उसने जुड़वा रखे थे। उसके तीन निजी टैंकर भी हैं। टंकी से वह टैंकरों में पानी भरता था। इसके साथ ही अपने एक रिश्तेदार के माध्यम से पानी बेचता था।

रिमांड में होंगे कई खुलासे, और भी नाम आएंगे सामने 

अभय राठौर की एटा से गिरफ्तारी के बाद पुलिस कड़ी सुरक्षा में उसे शनिवार की सुबह लेकर इंदौर पहुंची। यहां पर घोटाले की जांच कर रहे अधिकारियों ने राठौर से पूछताछ की, लेकिन कोई खास जानकारी नहीं उगलवा सके। दोपहर में राठौर को कोर्ट में पेश किया गया और यहां घोटाले से संबंधित पूछताछ के लिए उसका रिमांड मांगा गया। कोर्ट ने अभय राठौर आगामी 15 मई तक पुलिस रिमांड पर सौंपा है, माना जा रहा है कि इस दौरान पुलिस की कड़ी पूछताछ में कई घोटाले से संबंधित कई खुलासे होंगे और यह भी पता चल सकेगा कि इस मामले में और कौन -कौन लोग शामिल हैं। यह भी तय माना जा रहा है कि अभय राठौर के पकड़ाने के बाद और भी कई नाम सामने आ सकते हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपी से अलग-अलग बिंदुओं पर पूछताछ की जाएगी। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। उधर, अभी तक जांच के बाद पुलिस मामले में फरार अन्य आरोपियों का पता लगाने में जुटी है।