मनरेगा में धांधली,निस्तार तालाब में स्वीकृत काम जेसीबी और टैक्टर से करवाया

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स्टिंग नेशन समाचार बुरहानपुर
मनरेगा में धांधली,निस्तार तालाब में स्वीकृत काम जेसीबी और टैक्टर से करवाया गया,सहायक सचिव नही हुआ मशीन से काम
डोईफोड़िया । देश की गरीबों को रोजगार देने की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण योजना मनरेगा में धांधली का मामला सामने आया  है।सीएम शिवराज सिंह द्वारा लॉकडाउन के चलते गरीब मजदूरों को सहायता हेतु प्रदेश की सभी पंचायतो को आदेश दिया गया है। हर मज़दूर को काम मिले जिससे वह परिवार का भरण पोषण कर सके। लेकिन पंचायत प्रतिनिधियों मनमानी कर मजदूरों का हक भी छीन रहे हैं। ऐसा ही मामला खकनार ब्लॉक के ग्राम पंचायत ताजनापुर के अधीन आने वाला ग्राम बलवाड़ा का है। जहां मनरेगा में काम कर रहे 25 जॉब कार्ड धारक मजदूरों का आरोप है कि मनरेगा के तहत खोदी जाने वाले तालाब का काम गांव के मनरेगा मजदूरों से कराने के बजाय जेसीबी टैक्टर से रातो में खुदाई कर कराया गया।ग्राम ताजनापुर में मनरेगा के तहत निस्तार तालाब 4.85 लाख कि लागत से बनाने का काम चल रहा है। जहां ग्राम के मजदूरों द्वारा काम भी किया जा रहा है। लेकिन 16 मई को शाम में तालाब में टैक्टर ओर जेसीबी मशीन से मिट्टी खुदाई करवाया जा रहा था। इसकी जानकारी ग्रामीणों को होने पर काम बंद कराया। लेकिन मनरेगा में जेसीबी कौन लाया यहां जानकारी ग्राम के सचिव एवं रोजगार सहायक भी नहीं दे पा रहे हैं। ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों से जांच की मांग की है।
मनरेगा मजदूर जितेंद्र पवार ने बताया कि सरकार ने मनरेगा के तहत सभी जॉब कार्ड धारकों को 100दिन का रोजगार दिया है लेकिन पंचायत द्वारा जेसीबी ओर टैक्टर से काम करवारकर हमसे रोजगार छीना जा रहा है।हमने इस मामले को लेकर सहायक सचिव जितेंद्र चिरकते से बात करना चाही तो उन्होने गोलमोल जवाब दिया और पूरा आरोप इंजीनियर पर लगाया और कहा कि यह कार्य मेने नही इंजीनियर द्वारा किया गया है।
मनरेगा मजूदर ज्योति कुशवाह,सरिता कुशवाह,लखन महाजन ने बताया कि पंचायत ने यह कार्य जानबूझकर किया है,लॉकडाउन के कारण हम सभी को रोजगार नही था लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मनरेगा के तहत काम शुरू किया है उसमें भी पंचायत धांधली कर रही है और हमसे रोजगार छीन रही है।



मशीन से नही हो रहा काम:(सहायक सचिव)


मेंरे द्वारा निस्तार तालाब का प्रतिदिन निरीक्षण किया जा रहा है।पंचायत द्वारा एक दिन टैक्टर चलाया गया था क्योंकि मिट्टी नरम हो जाए और मजदूरों का कार्य आसान हो जाए,मजदूरों द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार है।मशीन से कोई कार्य नही हुआ।
जितेंद्र चिरकते
(ग्राम पंचायत सहायक सचिव)


जिला ब्युरो डॉ,प्रविण पाटिल की रिपोर्ट