लॉक डाउन खुलने के बाद रहेगी..................... पुलिस के सामने चुनौती ! (उदयसिंहराजपूत) कोरोना महामारी को लेकर लगाए गए लॉक डाउन के दौरान शहर में इस जानलेवा बीमारी के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी और इंदौर कोरोना का हॉट स्पाट बन गया, जिसे देखते हुए अन्य शहरों की तुलना में यहां पर और भी सख्ती करते हुए कफ्यू घोषित कर दिया गया। अब चूंकि लॉक डाउन का चौथ चरण चल रहा है और माना जा रहा है कि इसके बाद यह खल जाएगा। लॉक डाउन में पुलिस के लिए यह राहत भरी । बात रही कि अपराधों में कमी आई, लेकिन लॉक डाउन खुलने के बाद एकाएक अपराधों का ग्राफ बढने की संभावना जताई जा रही है, जिसमें चेन, मोबाइल, पर्स। लूट के साथ चोरी की वारदातें अधिक हो सकती है। ऐसे में पुलिस के सामने बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने की चुनौती रहेगी। हालांकि इसके लिए पुलिस ने अभी से प्लान बना लिया और पुराने बदमाशों पर नजर रखी जा रही है | चेन, मोबाइल, पर्स लूट और चोरी सहित अन्य अपराधों का बढ़ेगा ग्राफ | अपराधों के बढने के पीछे कारण बताया जा रहा है कि लॉक डाउन के चलते अनेक लोग बेरोजगार हो गए हैं और कई लोगों के सामने तो नौबत जान देने तक की आ गई है। वहीं एक प्रमुख कारण नशा भी माना जा रहा है, जिसकी गिरफ्त में आकर नशेड़ी रुपयों के लिए हर तरह के अपराध करते हैं। जब से शहर में लॉक डाउन हुआ है, तभी से शहर में छिटपुट घटनाओं को छोड़ अन्य अपराधों में कमी आई है। हालांकि नशा (शराब, गांजा, अफीम औरअन्य) के लिए मारपीट और खून खराबा जैसे अपराध कफ्यू के दौरान भा दखन म आए। इन मामला में पुलिस ने केस दर्ज किए और आरोपियो को गिरफ्त में भी लिया। लॉक डाउन/कफ्यू में पुलिस और आबकारी विभाग सहित नारकोटिक्स विंग की नाकामी कहें या फिर जिम्मेदारों की लापरवाही की इस दौरान भी शहर में जमकर नशा बिका। खासकर पियक्कड़ा का शराब आसानी से तस्करो न उपलब्ध करा दी। हालांकि यह बात जरूर है कि यह शराब और पाउडर की पुडिया तिगुने दाम में बेची गई, लेकिन नशेडियों ने हर हाल में अपने नशे के शौक को पूरा किया। करोड़ों का बिक गया नशा | करोड़ों का बिक गया नशा .........सूत्रों के अनुसार शहर में अवैध शराब का कारोबार आम दिनों में भी लाखों रुपए का होता है। पुलिस और आबकारी विभाग भले ही लगातार कार्रवाई करें, लेकिन इसके बाद भी अवैध शराब की तस्करी पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पाता है। लॉक डाउन में भी इन दोनों विभागों ने कुछ स्थानों पर कार्रवाई करते की। तीन बड़ी कार्रवाई में लगभग एक करोड़ से अधिक की शराब पकड़ी गई, लेकिन इसके बाद भी तस्करों ने गलियों से रास्ता निकाला और नाबालिगों की मदद से नशेडियों को महंगे दामों में शराब उनके घर तक पहुंचा दी। इसी प्रकार गांजा, अफीम, ब्राउन शुगर, नशे की गोलियां व अन्य नशे की उत्तेजक सामान तस्करी करते हुए नशेडियों तक पहुंच गया, जिसकी अनुमानित कीमत करोड़ों में हैं। लॉक डाउन/कफ्यू में पुलिस की आंखों में धूल झोंककर यह कारोबार किया गया, जो पुलिसिया कार्रवाई पर सवालिया निशान है। आईजी भी मान चुके हैं पुलिस के लिए रहेगीचुनौतीः गत दिनों रेसीडेंसी कोठी में संभाग के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने लॉक डाउन के संबंध में जनप्रतिनिधियों और प्रशासन व पलिस अधिकारियों की बैठक बलाई थी, जिसमें सभी ने अपने-अपने सझाव दिए थे। इस बैठक में आईजी विवेक शर्मा ने बताया था कि आने वाले दिनों में पुलिस के लिए चनौतियाँ निरंतर बढ़ेगी। लॉकडाउन खोले जाने के बाद अन्य कार्य क्षेत्र भी पुलिस के सामने होंगे। हो सकता है कि अपराध भी बढ़े। साथ ही पुलिस कर्मियों पर वर्तमान दायित्व के अलावा न्यायालयीन कार्यों का दबाव भी बढ़ेगा। साथ ही उन्होने कहा कि इसी के अनुरूप कार्ययोजना बनायी जा रही है | अमूमन शहर में छोटे अपराध जैसे चेन, पर्स, मोबाइल लूट व चोरी के मामलों में आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पलिस की पूछताछ में यही बात सामने आई है कि अधिकांश आरोपी अपनी नशे की लत को पूरा करने के लिए इस तरह के अपराध करते हैं। लट और चोरी का माल सस्ते में बेचकर वह नशे के शौक को परा करते हैं। चंकि कण्य के दौरान महंगा न खरीदकर नशेडी बदमाशों ने अपने शोक तो पूरे कर लिए, लेकिन अब उनके पास रुपयों की दिक्कत हैं। ऐसे में वह नशे की लत को पूरा करने के लिए हर तरह के अपराध कर सकते हैं। इन दिनों कोरोना के कारण सड़कों पर सन्नाटा है और लोग घरों में हैं. इसलिए इस तरह के अपराध कम हो रहे हैं. लेकिन लॉक टारनवस दोने के बाद भी दन अपराधों का आंकटा बढ़ सकता है। लगातार डयटी से थक गई पुलिसः...शहर में पहली बार इतना लंबा कफ्यू और लॉक डाउन लगा है। इसका पूरी तरह से पालन कराने की जिम्मेदारी पलिस की है। ऐसे में लगातार ड्यूटी करते हुए कई पुलिस अधिकारी और पुलिस जवान लगभग थक चुके हैं, बावजूद इसके वे आमजन को कोरोना से बचाने के लिए योद्धा के रूप में मैदान में डंटे हैं। अब लॉक डाउन खुलने के बाद पुलिस अधिकारी ड्यूटी तैनाज जवानों को भी कछ राहत देंगे, ऐसे में अपराधियों को मौका मिल जाएगा और वे अपराधों को अंजाम देंगे। पुराने बदमाशें पर नजर -............ लॉक डाउन के चलते शहर में पुलिस मुस्तैदी से तैनात हैं, वहीं सभी थाना प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने थाना क्षेत्र में इस दौरान होने वाले अपराधों पर निगाह रखें। लॉक डाउन खुलने के बाद शहर में बढ़ने वाले अपराधों को रोकने के लिए कार्य योजना बनाई गई है। इसके लिए पुराने अपराधियों और नामी बदमाशों पर निगाह रखी जा रही है। साथ ही शहर की बाहरी और सूनसान रहने वाली कालोनियों में सीसीटीवी कैमरों से निगाह रखी जाएगी। पुलिस का पूरा प्रयास रहेगा कि लॉक डाउन खुलने के बाद शहर में अपराधों पर पूरी तरह से अंकुश लगाया जाए। -हरिनारायणचारी मिश्र, डीआईजी, इंदौर आईजी विवेक शर्मा ने गत दिनों प्रथम बटालियन स्थित क्यू.आर.एफ. कंपनी का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आईजी ने कंपनी कमांडर को निर्देशित किया कि क्यू.आर.एफ. कंपनी के जो तीन प्लाटून है, उनमें से दिन के समय दो प्लाटून एवं रात के समय एक प्लाटून हमेशा तैयार हालत में रहे ताकि कानून व्यवस्था संबंधी कोई भी पॉइंट मिलने पर 5 मिनट के अंदर बल को नियत स्थान पर रवाना किया जा सके। आईजी ने उपस्थित सभी अधिकारियों/कर्मचारियों को बताया कि लॉकडाउन खुलने के पश्चात अपराध में बढ़ोत्तरी एवं उससे कानून व्यवस्था बिगडने की स्थिति निर्मित होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता इसलिए हमें अभी से इसके लिए तैयार रहना होगा ताकि पुलिस कम से कम समय में स्थिति नियंत्रण के लिए उपस्थित हो सके। इसके अलावा आईजी ने जवानों को अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने, अपने बाडी की सेहत पर नजर रखने एवं एक दूसरे से सतत संपर्क में बने रहने हेतु निर्देशित किया ताकि फॉल-इन का मैसेज मिलने पर एक-दूसरे तक समय पर पहुंचाए जा सके। कानून व्यवस्था की किसी भी स्थिति से निबटने के लिए तत्परता से तैयार रहे क्यू.आर.एफ. कंपनी -आईजी
लॉक डाउन खुलने के बाद रहेगी....................पुलिस के सामने चुनौती ! .