uday singh rajput :अंतर्राज्यीयआधुनिक सायबर तकनीकी का उपयोग कर छाप रहे थे, नकली नोट गिरोह, गिरफ्तार 49 हजार रूपयें कीमत के 2000,500,200 एवं 100 रू. के नकली नोट बरामद
इंदौर। नकली नोट बनाने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी आधुनिक सायबर तकनीकी का उपयोग कर नकली छाप रहे थे। एक आरोपी नकली नोट चलाते हुए पुलिस की गिरफ्त में आ गया। आरोपियों के कब्जे से 49 हजार रूपयें कीमत के 2000,500,200 एवं 100 रू. के नकली नोट बरामद किए गए हैं।
पुलिस थाना पलासिया द्वारा मुखबिर सूचना पर आरोपी सुर्यप्रताप सिंह चैहान को लालाराम नगर में नकली नोट उपयोग करते हुये पकड़ा गया। आरोपी को गिरफ्तार कर 22000 रूपयें के नकली नोट जप्त कर अपराध क्रमांक 30/2020 धारा 489सी भादवि का कायम कर विवंचना में लिया गया। आरोपी ने पूछताछ पर ये नकली नोट दीपक पिता रमेश वानखेड़े निवासी नागपुर से लेना बताया। उक्त जानकारी के आधार पर पुलिस टीम द्वारा नागपुर जाकर आरोपी दीपक को गिरफ्त में लेकर उसके कब्जे से 27000 रूपये के़ नकली नोट, कलर प्रिंटर सहित जप्त किये।
आरोपी सूर्यप्रताप सिंह चैहान निवासी उदी जिला इटावा (उ.प्र.) तथा दीपक पिता रमेश वानखेडे निवासी नागपुर को पुलिस गिरफ्त में लेकर पूछताछ की गयी तो उन्होने बताया कि, वे दोनो टेलीग्राम सोशन नटवर्किग साईट पर मिले थे और नकली मोट छापने, खरीदने/बेचने के संबंध में बातचीत कर नागपुर में मिले। पहली खेप में आरोपी सुर्यप्रताप को आरोपी दीपक द्वारा लगभग 22000 रूपयें के नकली नोट चलाने के लिये दिये गये थे, लेकिन वे इसमें सफल हो पाते उसके पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गये।
आरोपी दीपक सायबर एक्सपर्ट है और नेटसर्फिंग में माहिर। दीपक डार्कनेट और डिपनेट जैसे सर्च इंजन का उपयोग कर नकली नोट, जंगली जानवरो अंग आदि के व्यापार के संबंध में जानकारी प्राप्त करता था। आरोपी दीपक काल फ्री नामक प्राक्सी सर्वर का उपयोग कर लोगो को कॉल करता था और नकली नोट बेचता था। इस सर्वर के उपयोग से आरोपी की पहचान गोपनीय रहती थी। आरोपी दीपक ऑनलााईन विदेशी कंपनियों से बोण्ड पेपर नोट छापने के लिये बुलवाता था, साथ ही आरोपी ऐसे नोट छापता था जिनके युनिक नम्बर हो और जिनकी पहचान किया जाना आसान न हो। आरोपी नोट में लगने वाली स्ट्रीप भी आनलाईन आर्डर करके बुलवाता था। इसके साथ ही आरोपी फोरएक्स एवं बिटकॉईन की खरीदी बिक्री का कार्य भी करता था। आरोपी के मोबाईल से और भी कई महत्वपुर्ण जानकारियां मिलीं जिसकी तस्दीक की जा रही है। भविष्य में विवेचना के आधार पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की जा सकती है तथा इस प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध कराने वाली आनलाईन कंपनियों के विरुद्ध भी कार्यवाही की जाएगी।